रचनाकारों, कलाकारों, प्रतिभाशाली लोगों और उत्कृष्ट कार्य करने वाली शख्सियतों को प्रोत्साहित करने का विशेष मंच।
शुक्रवार, दिसंबर 31, 2021
🦚 नव वर्ष साहित्यिक महोत्सव 🦚
🦚 सुस्वागतम् ! नव वर्ष 🦚
बीते साल को अलविदा !
जिंदगी की किताब का,
जिंदगी की हाला से भरा-पूरा,
दिल से दिल मिला ले।
मिल-बैठकर मुस्कुरा ले।
गले मिल इस कदर,
धड़कने पल-पल तेज हो,
रोते हुए आये हैं सब मगर,
हँसते हुए जायेंगे हम।
बीते अनमोल लम्हों की सौगात,
सारे जहां को बांटेंगे हम।।
गुरुवार, दिसंबर 30, 2021
🦚 नववर्ष है आने वाला 🦚
🦚 नव वर्ष, नव संकल्प 🦚
बुधवार, दिसंबर 29, 2021
🦚 नववर्ष वर्ष से आशाएं 🦚
मंगलवार, दिसंबर 28, 2021
🦚 नववर्ष की शुभकामनाएं 🦚
🦚 आगमन नव वर्ष का.... 🦚
✍ प्रीति धुर्वे ( ग्वालियर, मध्य प्रदेश )
सोमवार, दिसंबर 27, 2021
🦚 नव वर्ष है आया 🦚
🦚 नये साल की दस्तक 🦚
🦚 नववर्ष सभी के लिए रहे मुबारक 🦚
छूटे ना पीछे आने वाला इक पल
नववर्ष सभी के लिए रहे मुबारक
नववर्ष आगमन पर नव संकल्प
क्या किसी ने चुन लिए विकल्प
आने वाला जब दो हजार बाइस
गत वर्ष की होगी अधूरी ख्वाहिश
अब जबकि वक्त बहुत ही अल्प
नववर्ष सभी के लिए रहे मुबारक
बदलेगी तारीख दिन यथावत् रहेंगे
जश्न-ए-नववर्ष इसी हालत रहेंगे
वर्ष दिन महीना वहीं ठहर गया था
कोहराम कैसा कि थम शहर गया था
नये साल में लेते कैसे-कैसे संकल्प
नववर्ष सभी के लिए रहे मुबारक
उस साल, नया साल कैसा विकल
अब जबकि वक्त बहुत ही अल्प
नववर्ष मनाने का ना जायज कारण
मनाने वाले मना ही लेंगे अकारण
हर उत्सव फैलाता क्यूँ है नफ़रत
नववर्ष सभी के लिए रहे मुबारक
नये साल कुछ इस तरह से आना
खोई खुशियां सबकी ही लौटाना
छीन ना लेना किसी के माँ बाप
बच्चें भला क्या जानेगे पुण्य-पाप
दुआ ! चिरंजीवी हो देश का युवक
नववर्ष सभी के लिए रहे मुबारक
आओ नववर्ष की आगवानी कर लें
कुछ भेद खोलें बात पुरानी कर लें
आओ मन की सब गिरह खोल लें
जो छिपाए बैठें बरसों से कह सुन लें
संकट कैसा भी ना आए देश पर
नववर्ष सभी के लिए रहे मुबारक
दिसंबर की रात की वो रात आखिरी
शान्त स्थिर उसका वो पेज आखिरी
दोनों की थी आज ये रात आखिरी
सब रिश्तों का था वो साथ आखिरी
दुखों में परिपूर्णता ही बने सहायक
नववर्ष सभी के लिए रहे मुबारक
प्रार्थना अंदर के संकटों खातिर
करते रहते हैं सब गरीब-अमीर
जरूरत होगी तो तुम भी करोगे
खुशी के खजाने बहुतायत भरोगे
अपनों का कैसे करें आभार व्यक्त
नववर्ष सभी के लिए रहे मुबारक
✍️ सुनीता सोलंकी 'मीना' ( मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश )
रविवार, दिसंबर 26, 2021
पुनीत अनुपम साहित्यिक समूह द्वारा आयोजित ऑनलाइन रिश्ता विशेष साहित्यिक महोत्सव के प्रतिभागी रचनाकार 'पुनीत रिश्ता स्नेही' सम्मान से सम्मानित।
पुनीत अनुपम साहित्यिक समूह द्वारा रिश्तों के महत्व तथा विशेषता को दर्शाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन 'रिश्ता विशेष साहित्यिक महोत्सव' का आयोजन किया गया। जिसका 'विषय - रिश्तों की विशेषता' रखा गया। इस महोत्सव में अर्चना वर्मा (क्यूबेक, कनाडा) सहित देश के अलग-अलग राज्यों के रचनाकारों ने भाग लिया तथा एक से बढ़कर एक बेहतरीन रिश्तों के महत्व तथा विशेषता पर आधारित रचनाओं को प्रस्तुत कर ऑनलाइन 'रिश्ता विशेष साहित्यिक महोत्सव' की शोभा में चार चाँद लगा दिए। इस महोत्सव में कुसुम अशोक सुराणा (मुंबई, महाराष्ट्र), संध्या रामप्रीत (पुणे, महाराष्ट्र) और अर्चना वर्मा (क्यूबेक, कनाडा) की रचनाओं ने सभी का ध्यान विशेष रूप से आकर्षित किया। इस महोत्सव में सम्मिलित सभी प्रतिभागी रचनाकार शख्सियतों को ऑनलाइन "पुनीत रिश्ता स्नेही" सम्मान देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर समूह के संस्थापक एवं अध्यक्ष पुनीत कुमार जी ने मानव जीवन में रिश्तों के महत्व तथा विशेषता के बारे में बताते हुए, सभी से रिश्तों में पड़ रही दरारों को दूर करके रिश्तों की सुरक्षा एवं संभाल करने की प्रार्थना की। इसके साथ ही उन्होंने महोत्सव में प्रस्तुत की गई रचनाओं पर अपनी महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया देकर रचनाकारों का मार्गदर्शन तथा उत्साहवर्धन किया और रचनाकारों को आने वाले ऑनलाइन साहित्यिक महोत्सवों में अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए सादर आमंत्रित भी किया। इस महोत्सव में उत्कृष्ट रचना प्रस्तुत करके समूह की शोभा बढ़ाने वालों में प्रमुख नाम अर्चना वर्मा, कुसुम अशोक सुराणा, चंचल जैन, सावित्री मिश्रा, संध्या रामप्रीत, मीता लुनिवाल, सुनीता सोलंकी 'मीना', नीति झा, रचनाकारों के रहे।
शुक्रवार, दिसंबर 24, 2021
🍁 ये कैसा रिश्ता है ? 🍁
🍁 बुरा तब लगता है 🍁
गुरुवार, दिसंबर 23, 2021
पुनीत अनुपम साहित्यिक समूह द्वारा आयोजित ऑनलाइन राष्ट्रीय गणित दिवस साहित्यिक महोत्सव के प्रतिभागी रचनाकार सम्मानित।
बुधवार, दिसंबर 22, 2021
🍁 महत्व शून्य का 🍁
गणित में शून्य का
होता है महत्व बड़ा
ये अकेला हो तो इसका
कोई भी मोल न होता है
🍁 गणित का जादू 🍁
सोमवार, दिसंबर 20, 2021
🍁 श्रीनिवास रामानुजन महान 🍁
गणित जिनसे घबराता था वें थे ऐसे शिक्षक
गणित सीखने को न लिया विशेष प्रशिक्षण
🍁 तेजस तारा 🍁
🍁 गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन 🍁
🍁 गणित 🍁
🍁 आदरणीय श्रीनिवास रामानुजन 🍁
आने वाली हर परेशा
गणित की दुनियां
गणि
गणित छोड़ कुछ नही भा
कठिन से कठिन प्रश्न खेल-
विधा की देवी माँ सरस्वती, और गणित किताब को वो पूजते थे,
वो माँ धन्य है जो इन ज्ञा
गणित में ही उनकी खोज, गणित ही साधना, गणित ही जीवन जीने का उद्देश्य,
जिनके
हम देश वासी है गौरवान्वित गौरवशाली गणित दिवस पर,
गणित इति
उदयमान की छटा दे
हर्षित थे,
विश्व में यह अति सुंदर पल बनकर आया था,
जिज्ञासा से
अपने दोस्तों बीच व्यवहार इतना सौम्य था,
कि कोई इनसे नाराज हो ही नहीं पाता था।।
गणित के प्रति उनका अथाह सागर,
जैसे प्रेम इतना बढ़ गया था,
कि वे अपना जीवन गणित के ओर कदम बढ़ा
अपने प्रतिभा और लगन से उन्होंने गणित के क्षेत्र में अद्भुत
देश को अतुलनीय गौ
अंतर्राष्ट्रीय प्रकाशन पूरे विश्व में प्रसिद्ध हुए,
और लोगों में चर्चि
गणित क्षेत्र में उनके अ
गणित मस्तिष्क को तरोताज़ा रख
✍️ अर्चना वर्मा ( क्यूबेक, कनाडा )
पुनीत अनुपम ग्रुप द्वारा आयोजित ऑनलाइन स्नेह ध्येय सृजन महोत्सव के प्रतिभागी रचनाकार सम्मानित।
पुनीत अनुपम ग्रुप द्वारा लोगों को स्नेह के महत्व और विशेषता का अहसास करवाने के उद्देश्य से ऑनलाइन स्नेह ध्येय सृजन महोत्सव का आयोजन किया गया...
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बन जाते हैं कुछ रिश्ते ऐसे भी जो बांध देते हैं, हमें किसी से भी कुछ रिश्ते ईश्वर की देन होते हैं कुछ रिश्ते हम स्वयं बनाते हैं। बन जाते हैं ...
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जीवन में जरूरी हैं रिश्तों की छांव, बिन रिश्ते जीवन बन जाए एक घाव। रिश्ते होते हैं प्यार और अपनेपन के भूखे, बिना ममता और स्नेह के रिश्ते...
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हे प्रियतम ! आपसे मैं हूँ और आपसे ही मेरा श्रृंगार......। नही चाहिए मुझे कोई श्रृंगार-स्वर्ण मिल जाए बस आपका स्नेह.. ...